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1 पाई का तीन लाख चौदह हजार डॉलर कैसे मिल सकता है?


 

पाई का मूल्य कितना है? १ पाई का GCV रेट यानि तीन लाख चौदह हजार डॉलर कैसे मिल सकता है?  

यदि आपने उन प्रश्नों को पूछा है तो आप अकेले नहीं हैं। अनगिनत लोगों ने ये प्रश्नों को पहले पूछा था, अभी भी पूछ रहे हैं और आने वाले वर्षों में भी पूछेंगे। जिनमें मैं भी शामिल हूँ। 

हैरानी की बात यह है कि जब भी कोई पाई की कीमत के विषय में किसी से बात करते हैं  तो उनके दिमाग में एक संख्या होती है या फिर कई संख्याएं भी हो सकती हैं। अब इन मूल्यांकनों के पीछे की कुछ विचारधाराएं दिलचस्प हैं और उनके विभिन्न परिदृश्य हैं या कहो विज़न हैं जो उनको उन मूल्यांकनों तक ले जा सकते हैं। सबकी अपनी अपनी अलग अलग सोच हैं और मान्यताएं भी हैं। परन्तु ऐसा क्यों? पाई के मूल्य के बारे में हर कोई इतना अलग क्यों सोचता है? सही गणना क्या है? और देखनेवाली खास बात ये है की सबसे संभावित परिदृश्य क्या है? यानि भविष्य की सटीक संभावना क्या हो सकती है ?

पाई की कीमत के बारे में इसकी खोज करने में, इसका उत्तर ढूंढने में इस दुनिया में कई सारे क्रिप्टो के विशेषज्ञ लगे हैं। हालांकि, भविष्य देखने के लिए और सटीक परिणाम जानने के लिए आप ही तरह बाकी सभी लोगों के पास कोई जादुई तिलिस्मी क्रिस्टल बॉल या कांच का गोला उपलब्ध नहीं है। अगर होता तो उसमें भी एक बार जरूर देख लेते। 

आइए पहले प्रश्न से शुरू करते हैं की पाई का मूल्य कितना है? कितनी कीमत है ? १ पाई का GCV रेट यानि तीन लाख चौदह हजार डॉलर कैसे मिल सकता है?  अगर आप सोच रहे हैं की कोई तीन लाख चौदह हजार डॉलर लेकर आए और मुझसे मेरा एक पाई मांगे तो में देने के लिए तैयार हूँ। तो ठाकुर ऐसे तो सभी तैयार हैं। परन्तु आज कोई नहीं आएगा। तो करना क्या है ? मित्रों ये कीमत लेने के लिए इस पाई को उस दिन तक वॉलेट में संभाल कर रखना है जब तक ये पाई इस कीमत के काबिल बन जाएं। फिर लाखों लोग एक्सचेंज के जरिए या फिर सीधा आपके पास पाएंगे पाई मांगने। परन्तु आज की तारीख में ये कीमत चाहिए तो सीधा डॉलर या रुपया नहीं मिलेगा। जो भी व्यापारी पाई की इस GCV कीमत पर सामान बेच रहे हैं उनका सम्पर्क करना होगा। पाई के बदले में रूपये देने के लिए भी कुछ लोग तैयार हैं। परन्तु वो एक पाई का बिस रुपया देंगे। यानि पाई बिना कुछ किए बिस रूपये के काबिल है ऐसा उनको लगता है। 

कुछ समय पहले, पाई के ऑफिशियल FAQस में जैसे कहा गया था "Pi की कीमत जीरो 0 है। यह लगभग एक साल पहले एनक्लोसड मेननेट माइग्रेशन शुरू हुआ तब की बात है । आज की तारीख में भी यदि आप पाई के चेट रूम में पाई के मॉडरेटर को पूछेंगे तो यही जवाब मिलेगा की पाई की कीमत जीरो है। 

अगर आप पाई की कीमत की जांच करने के लिए कॉइनमार्केटकैप जैसी वेबसाइट पर  जाते हैं, तो पाई की कीमत का अंदाजा एक वर्तमान मूल्यांकन चार्ट से देख सकते हैं जो "पाई" को ट्रैक करता है।

हालाँकि, एक्सचेंजों पर कोई वास्तविक पाई का कारोबार नहीं किया जाता है क्योंकि ये कनेक्शन फ़ायरवॉल द्वारा अवरुद्ध हैं। अभी सबको पता ही है की वहां जो चार्ट दीखता है, वह Pi IOUs को ट्रैक करता है, जो निश्चित रूप से वास्तविक Pi तो नहीं हैं और न ही रियल Pi ट्रेडिंग को दर्शाता है। इसके लिए ये वीडियो एक बार देख सकते हैं। https://youtu.be/7CefZRa1Hs8

इसके अतिरिक्त, दूरदर्शी यानि दूर का भविष्य देखने वाले Pi नेटवर्क के सह-संस्थापक, डॉ. निकोलस कोक्कलिस जी ने एक बार कहा था, "Pi की कीमत वही है जो पाई के पायोनियर्स इसे लायक बनाते हैं"। हम्म, वो तो है।  

अब एक ओर - लोग कह रहे हैं कि पाई की कीमत 0 है तो दूसरी ओर कुछ लोग कह रहे हैं कि यह $3लाख 14हजार, 159 डॉलर  है; और ये दोनों आंकड़े के बीच में बहुत सारे अनगिनत लोग ये सोच रहे हैं -की - तो भाई, अभी एक पाई की कौन की कीमत हम गिनें ?

आपको भी लगता यही लगता होगा, क्योकि सच्चाई अभी यही है। 

इसमें प्रत्येक पायोनियर की अपनी एक अलग कहानी है जिसकी वजह से उसने अपने दिमाग में पाई की कीमत की एक अलग संख्या तय की रखी है। उदाहरण के तौर पर - एक व्यक्ति जिसने 2 वर्षों में 3000 से ज्यादा पाई का माइनिंग किया है और पाई अभी तक वॉलेट में नहीं आए उनके विचार दूसरे पायोनियर से अलग है जिनके पास वॉलेट में ३००० पाई है । प्रत्येक पायोनियर की स्थिति इस तरह भिन्न भिन्न होने के कारण, वे लोग पाई के मूल्य को अपने नजरिए से देखते हैं और मानते भी है।

यदि आपने मेननेट चेकलिस्ट को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और वॉलेट में गुड्स और सर्विसिस पर खर्च करने के लिए बहुत पाई है तो आप बिना किसी टेंशन के कुछ पाई खर्च करेंगे। और आपके लिए आज पाई के लायक क्या चीज है, इस पर अपना अलग दृष्टिकोण बनेगा। यानि कम कीमत पर भी आप खर्च करेंगे। परन्तु जिनके वॉलेट में सो या दो सो पाई हैं वो GCV की कीमत अपने दिमाग में सोच लेंगे। यानि एक पाई के दस या बिस डॉलर के रेट पर अभी किसी व्यापारी से प्रोडक्ट नहीं खरीदेंगे। 

संक्षिप्त में कहें तो - जितनी चदर लम्बी होगी उतने ही पैर फैलाएंगे। 

और यही बात जो व्यापारी पाई के बदले में सामान या सर्विस दे रहे हैं उनके लिए भी लागु होती है। स्वाभाविक रूप से, खरीदने वाले और बेचने वाले दोनों सबसे अच्छा सौदा करना चाहते हैं। 

तो पाई के बदले में वस्तुओं और सेवाओं का व्यापार करते समय पाई की कीमत प्रत्येक लेनदेन में अलग अलग होती है । ऐसा इसलिए है क्योंकि न तो अभी पाई की कोई मार्केटवेलयु  है और न ही अभी यह किसी एक्सचेंज पर लिस्टेड है। तो लोग आपस में एक दूसरे को मिल कर - ऑफलाइन - बार्टर सिस्टम से पाई से लेन देन कर रहे हैं। 

इसमें GCV यानि एक पाई की $314159 डॉलर वाले रेट का महत्त्व बढ़ जाता है। अब सामान बेचने वाला अगर पाई का भविष्य देखते हुए इस GCV की कीमत पर प्रोडक्ट बेचने को तैयार हो जाता है तो तो खरीदने वाले तुरंत मिल जाते हैं। क्योंकि खरीदने वाले वो नहीं देखते की उनके पास कितने कम या ज्यादा पाई है। वो तो इस GCV वाली कीमत से आकर्षित हो जाते हैं कहो इतने लालायित हो जाते हैं की मन करता है चलो पाई से कुछ खरीदें। हाँ। भाई ये कीमत पर तो आप भी खरीदेंगे - इंडिया में कोई वेंडर, कोई मर्चेंट या व्यापारी - कोई भी प्रोडक्ट बेचने के लिए तैयार होना चाहिए बस। है न ?

तो इसलिए ये वेल्यू बहुत अधिक हलकी है और लेनदेन का मूल्य तो इत्तु सा, छोटा, यानि नगण्य लगता है। परन्तु, क्या आप उस वैल्यूएशन पर घर खरीद सकते हैं? और गाड़ी ? नहीं, अभी तो यह बिलकुल असंभव है। यहां तक कि एक डीलर को या बेचनेवाले सेलर विक्रेता को ढूंढना भी एक बहोत बड़ी चुनौती होगी - लेकिन अगर आपको पाई के लिए घर या गाड़ी बेचने वाला कोई मिल जाए, तो वो शायद हजारों या लाखों पाई की मांग करेंगे।

तो पाई की कीमत क्या है ? उसके बारे में तीन पॉइंट बिलकुल क्लियर है। 

(१) पहला - पाई का कोई बाजार मूल्य नहीं है। यानि किसी एक्सचेंज पर लिस्टेड न होने की वजह से कुछ लोग इसकी कीमत जीरो मानेंगे। या मानते हैं।  

(२) दूसरा पॉइंट - पाई की कीमत $314159 डॉलर है। परन्तु इसके लिए वहां जाना पड़ेगा जहाँ वेंडर्स ये कीमत पर गुड्स एंड सर्विसिस ऑफर कर रहे हैं। अभी तक चाइना, विएतनाम और नाइजीरिया में ये देखा गया है। परन्तु इंडिया में - अभी तक इस GCV वाली कीमत पर प्रोडक्ट या सर्विस ऑफर करने के लिए कोई भी वेंडर , मर्चेंट या व्यापारी अभी तक सामने नहीं आया है। तो इंडिया में अभी ये GCV वाली कीमत इतनी दिखाई नहीं देती है - बोले तो इतनी प्रमोट नहीं हो रही है जितनी चाइना में हो रही है। 

(३) तीसरा पॉइंट - अभी १ पाई की कीमत - जीरो और GCV  के बिच में कुछ भी हो सकती है।  - तो इंडिया में १ पाई की कीमत का आधार व्यापारी और ग्राहक के बिच में क्या नेगोशिएशन होता है उस पर है। अब यहाँ जैसे आगे बताया उस प्रकार - ग्राहक के पास वॉलेट में कितने पाई है और वो कितने पाई में गुड्स और सर्विसिस लेने के लिए तैयार हैं इस पर निर्भर है। उदाहरण के तौर पर - टेक्सी वाले भैया हो या होटल का मालिक हो या हेर कटिंग सलून वाला - एक पाई की जो कीमत लगाता हे समजो दस डॉलर बोलता है - और वो कीमत ग्राहक देने के लिए तैयार हैं तो - उतने पाई में सौदा हो जाता है या कहो पाई से बार्टर सिस्टम का ट्रांसेक्शन भी देखने को मिलता है। 

तो मित्रों अब आप समज गए होंगे की - पाई की कीमत ट्रांसेक्शन टु ट्रांसेक्शन अलग अलग होती है क्योंकि लोग प्रत्येक लेनदेन पर पाई को अलग-अलग वैल्यूएशन देते हैं। 

इस प्रकार हम सभी के लिए - हमारे जीवन को आसान बनाने के लिए, सुनहरे भविष्य के लिए - पाई को मार्केटवेल्यू की आवश्यकता होगी, और इसे प्राप्त करने के लिए, ओपन मेननेट का आना जरुरी है। क्योंकि ओपन मेंनेट में ही पाई को पूरी दुनिया में ग्लोबल एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध किया जा सकता है। पाई का लिस्टिंग हो सकता है किसी एक कीमत पर - जहाँ से पूरी दुनिया इस पाई को डॉलर या रूपये से खरीद सकें। तो भैया - अगर आपके पास सो दोसों , पांचसो या हजार पाई वॉलेट में है और इसी साल ओपन मेंनेट आता है तो एक्सचेंज पर अपने पाई बेचने की मूर्खता कौन करेगा। पूर्ण तरह से इकोसिस्टम को मजबूत बनाने के लिए पाई को पहले अपने आप को, खुद को तैयार करने की जरूरत लगती है। पाई एप में जो अभी बहुत प्रोब्लेम्स आते हैं उनको अच्छी तरह से सॉल्व करने की आवश्यकता है। फटाफट KYC का रिज़ल्ट मिलना, फेसबुक से लॉगिन वाला इस्यु सॉल्व होना, माइग्रेशन हो जाने के बाद वॉलेट में पाई मिलना और टेस्टनेट इकोसिस्टम की एप्लिकेशन - अच्छी तरह से चलने लगे उसकी ज्यादा जरूरत है। तोये सब होता है तब तक शान्ति से पाई बनाते रहें। आप के पास अभी - सबसे कीमती और कभी न खत्म होने वाली चीज जो हे उसका नाम - समय है। समय का उपयोग अभी ज्यादा से ज्यादा पाई बनाने में करना है। जितने ज्यादा पाई होंगे उतने फायदे भी ज्यादा होंगे। पाई तो बहाना है , दरअसल जीवन सजाना है। तो जीवन सजाने के लिए नया नया जानते रहें और मस्त रहें। मेटामित्र से जुड़े रहें। मेरा मित्र मेटा मित्र। जयहिंद जय भारत। 


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